विवेक जैविक कृषि

नीचली जमीन पर खेती की प्रणाली

निचली भूमि पर खेती करने हेतु हरी खाद का प्रयोग अधिक करते हैं। इसमें खरीफ में फसल की बुआई से पहले खेतों में ढैंचा या सनई को उगाकर 40-45 दिन की अवस्था में (फूल आने से पहले) इन्हें खेत में जुताई कर मिला देते हैं। निचली भूमियों में सामान्यतया धान की फसल ही खरीफ और गरमा मौसम में ली जाती है, अत: इनमें अजोला का व्यवहार करके मिट्टी की उर्वराशक्ति बढ़ा सकते हैं। ऐसी भूमियों में जहाँ की गरमा धान की फसल नहीं ली जा सकती उनमें उतेरा फसलें लगाते हैं अर्थात् धान की खड़ी फसल में कटाई से 10-15 दिन पूर्व मसूर, बरसीम, खोसारी, चना, मटर, तीसी इत्यादि की बुआई कर दी जाती है।